
आज के डिजिटल दुनिया में, सरकार भी हमारे देश में digitization को बढ़ावा दे रही हैं। ऐसे में लगभग सभी सरकारी कार्य को digitization से जोड़ने के लिए ऑनलाइन किया जा रहा हैं। जैसे – Apply PAN Card Online, Passport Online कैसे बनाये, Voter I.D. Card Online कैसे बनाये, Etc. उन्ही में से एक FIR भी हैं।
FIR क्या हैं?
किसी आपराधिक घटना के सम्बन्ध में पुलिस के पास दर्ज कि गयी सूचना या शिकायत को FIR कहते हैं। FIR का full form “First Information Report” होता हैं। इसे हिन्दी में “प्राथमिकी” या “प्रथम सुचना रिपोर्ट” भी कहते हैं।
आपको बता दे कि, पुलिस द्वारा किसी भी अपराध कि जाँच (Investigation) शुरू करने से पहले FIR का होना अनिवार्य हैं। Code of Criminal Procedure 1973 कि धारा 154 के तहत FIR कि प्रक्रिया को पूरी की जाती हैं।
ZERO FIR क्या हैं?
हमेशा FIR करते समय ध्यान में रखा जाता हैं की घटनास्थल के पुलिस थाने में ही सिकायत की जाए। और अगर आप किसी दुसरे थाने में सिकायत दर्ज करवाने जाते हैं, तो पुलिस ऐसी स्थिति में सिकायत दर्ज नहीं करते हैं।
FIR कौन दर्ज करवा सकता हैं?
FIR कोई भी व्यक्ति दर्ज करवा सकता हैं, जिसके साथ कोई अपराधिक घटना घटी हों। आपको बता दें की FIR आपका अधिकार हैं। अगर आपके साथ कोई धटना हुयी हो, या आपकी कोई वस्तु चोरी हो गयी हो तो आप FIR कर सकते हैं।
FIR क्यों दर्ज की जाती हैं?
किसी भी अपराध कि जानकारी पुलिस को देने और उसपर कार्यवाई शुरू करने का पहला कदम FIR ही होता हैं। FIR दर्ज करने पर पुलिस अपराध कि Investigation शुरू करता हैं। जिससे गुनाहगार को सजा दी जा सकें।
FIR किस प्रकार की अपराध पर किया जाता है?
FIR हर प्रकार की अपराधिक घटना पर दर्ज किया जा सकता है। पुलिस ऐसे अपराधों के लिए सबसे पहले और तुरंत FIR दर्ज करती है, जो पहली ही नजर में संज्ञेय अपराध (Cognizable Offence) की श्रेणी में आती है।
FIR कब दर्ज करवा सकते हैं?
घटना होने के तुरंत बाद ही FIR दर्ज करवाना जरूरी होता है। लेकिन अगर किसी कारण से तुरंत FIR दर्ज नहीं करवा पाते तो जितनी जल्दी हो सके कम से कम समय में FIR दर्ज करवाना आवश्यक होता हैं।
किस किस Condition मैं Online FIR दर्ज कर सकते हैं?
FIR दर्ज कराना, भारत के हर नागरिक का अधिकार है। अगर किसी भी प्रकार की अपराधिक घटना घटती है, तो व्यक्ति पुलिस थाने में जाकर FIR दर्ज करवा सकता है। लेकिन ऑनलाइन FIR दर्ज करने के लिए कुछ शर्ते रखी गई है।
Online FIR दर्ज करने के बाद, आपके Registered E-Mail पर FIR की कॉपी आ जाती है। जिसका आप प्रिंट आउट निकलवा सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन FIR दर्ज करने के तुरंत बाद, आप FIR की PDF फाइल डाउनलोड कर सकते हैं। जिसे आप Save करके रख सकते हैं।
1) Delhi Police
2) Mumbai Police
3) Uttar Pradesh Police
4) Gujarat Police
5) Andra Pradesh Police
FIR लिखते समय अपराध और घटना से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी दे। मतलब अपराध का पूरा विवरण अवश्य लिखें। जिससे पुलिस को आपकी समस्या को समझने में आसानी हो। लेकिन इस बात का ध्यान रखे कि FIR में किसी प्रकार की गलत या झूठी जानकारी या मंगारन्ट कहानी बनाकर बिलकुल ना लिखें।
Online FIR कैसे दर्ज करें?
बहुत से लोग ये सोच कर FIR दर्ज नहीं करते कि पुलिस स्टेशन के चक्कर कौन लगाये। लेकिन आज के टेक्नोलॉजी की मदद से ये संभव हैं, की आप अपने घर पर बैठकर Online FIR दर्ज करवा सकते हैं। भारत के हर राज्य के लिए अलग अलग Online FIR की वेबसाइट हैं, जो उस राज्य की पुलिस के द्वारा manage की जाती हैं।
STEP – 1
1) सबसे पहले अपने राज्य के FIR की साईट को ओपन करे। मैं उदहारण के लिए UP Police की साईट पर Online FIR करके दिखा रहा हूँ।

2) अगर आप पहली बार FIR दर्ज करने के लिए इस साईट पर आये हैं, तो “New User” पर क्लिक करके Register करें। और अगर आप पहले से रजिस्टर हैं, तो “Existing User” पर क्लिक करके लॉग इन कर सकते हैं।

3) New User पर क्लिक करने पर एक नई पेज ओपन होगी। जिसमे आपको “User Name, Mobile Number, Email” डालकर रजिस्टर करना हैं।
4) रजिस्टर करते ही आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP मेसेज आएगा। जिसे आपको OTP डालकर वेरीफाई करना होगा।

5) वेरीफाई करने पर आपका अकाउंट Active हो जायेगा। अब आप ऑनलाइन FIR दर्ज कर सकते हैं।
STEPS – 2

6) FIR रजिस्टर करने के लिए “Register Lost Report” पर क्लिक करें। अगर आप Registered FIR Report देखना चाहते हैं तो “View Registered Report” पर जा कर देख सकते हैं।
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7) ऑनलाइन FIR में किसी भी प्रकार की गलत जानकारी देने पर, आपके खिलाफ पुलिस द्वारा कठोर कार्यवाई की जा सकती हैं। इसलिए ध्यान दे, की सभी जानकारी बिलकुल सही सही दर्ज करें।

8) अब आपको “Personal Details” में अपना पूरा नाम, पिता का नाम, पूरा पता, मोबाइल नंबर और ईमेल ई.डी. डालना हैं। उसके बाद “Next” बटन पर क्लिक करना हैं।
STEPS – 3

9) अब आपको “Place of Occurrence” के अन्दर अपनी घटना को संक्षेप में लिखना हैं। “Place of Occurrence” में घटना कहाँ पर घटित हुयी हैं, उस स्थान का नाम लिखें। जैसे – गली नंबर 2, गणेश नगर, लखनऊ।
10) उसके बाद जहाँ पर घटना घटित हुयी थी, वहाँ की “District” और “Police Station” का नाम लिखें।
11) घटना कब घटी थी, उसका पूरा डिटेल आपको लिखना हैं। अगर आपको Date और Time याद हैं तो वही लिखें। और अगर पूरी तरह से Date और Time याद नहीं, तो एक अनुमान के अनुसार “इतने से इतने के बीच” लिख सकते हैं।
12) उसके बाद घटना को पूरी डिटेल में Describe करें। घटना कब, कैसे, कहाँ, किस तरह हुआ सब कुछ लिखे। और फिर “Next” बटन पर क्लिक कर दें।
STEPS – 4

13) “Lost Article” के अन्दर आपको अपने खोये हुए सामान के बारे में डिटेल में लिखना हैं। वो आपका मोबाइल फ़ोन, Documents, Vehicles, Etc. कुछ भी हो सकता हैं।
14) “Article Lost” में आपका कौनसा सामान चोरी हुआ हैं, ये सेलेक्ट करना हैं। मैंने उदहारण के लिए मोबाइल सेलेक्ट किया हैं।
15) अब उस मोबाइल के बारे में पूरी जानकारी लिखनी हैं। जैसे – Mobile Number, IMEI Number, Manufacture, Etc.
16) अब last में उस आर्टिकल के बारे में पूरी तरह से describe करना हैं। जैसे अगर मोबाइल हैं तो मोबाइल किस कंपनी का हैं, color, model, उसमे कितने SIM लगी थी, Micro SD Card, Etc. सब कुछ लिखना हैं। और उसके बाद “SUBMIT” पर क्लिक कर दीजिये।
17) Submit करने पर Confirmation मांगेगा, तो आप Confirm कर देंगे। Confirm करते ही, आपकी Online FIR Registered हो जाएगी।
जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया था की कोई भी गलत जानकारी देने से आपके ऊपर कारवाई हो सकती हैं। तो इसलिए इस बात का ख़ास ख्याल रखें। मैं सिर्फ उदहारण और आपको समझाने के लिए UP Police की वेबसाइट पर ऑनलाइन FIR करके दिखाया हैं।
Submit करने के बाद आपके FIR की Copy Generate हो जाएगी। जिसे आप प्रिंटआउट भी ले सकते हैं। और समय समय पर अपने FIR की Report भी चेक कर सकते हैं। FIR दर्ज हो जाने के बाद आपको एक FIR Number मिलता हैं।
Conclusion
तो दोस्तों, अब आप जान गए होंगे की ऑनलाइन FIR कैसे दर्ज करते हैं। FIR क्या हैं? FIR क्यूँ दर्ज करवाया जाता हैं? FIR कब दर्ज करवाया जाता हैं? इत्यादि। FIR कि पूरी जानकारी अब आपको हो गयी होगी। उम्मीद करता हूँ की आपको पोस्ट पसंद आई होगी।