इस आर्टिकल में हम VPN के बारे में सीखेंगे। VPN क्या है? (What is VPN), VPN का फुल फॉर्म क्या है? VPN काम कैसे करता है? इसका यूज़ कैसे करें? इसके फायदे और नुकसान क्या है? इत्यादि। VPN की पूरी सम्पूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।
VPN क्या है?
VPN एक प्रकार का प्राइवेट नेटवर्क होता है, जो यूजर को एक सुरक्षित नेटवर्क प्रदान करती है, और यूजर की पर्सनल डाटा, लोकेशन और आइडेंटिटी को हैकर से बचाती है। यानी वी.पी.एन, यूजर की पहचान को पूरी तरह से छुपा कर रखती है।
इसके अलावा यह नेटवर्क यूजर के “इन्टरनेट पर आज़ादी” की अधिकारों का रक्षा करता है। और उन सभी प्रतिबंधित सेवाओं और वेबसाइटों टस्क यूजर को पहुँचे की इजाज़त देता हैं।
VPN एक नेटवर्क की तकनीक है, जो यूजर को इन्टरनेट एक्सेस करने पर सुरक्षित कनेक्शन बनाता हैं। यानी कि उसकी निजी जानकारी को पब्लिक होने से रोकता है और उसकी लोकेशन को छुपा कर रखता है। यह नेटवर्क तकनीक एक बहुत ही बेहतरीन तरीका है, अपने नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए और अपने निजी जानकारियों को हैकर से बचाने के लिए।
वीपीएन का पूरा नाम “वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क” है। यह एक एसी इन्टरनेट पर उपयोग की जाने वाली सेवा है जो आपके डाटा को लीक होने से बचाती है और आपको ऑनलाइन गोपनीयता प्रदान करती हैं। वीपीएन आपके आईपी एड्रेस को छिपाता है जिसकी वजह से आप ऑनलाइन खुद को गोपनीय रख पाते है। – विकिपीडिया
यह सभी तरह के डाटा (चाहे वो जरूरी हो या गैर-जरूरी) को सुरक्षित रखने में सक्षम हैं। इसका इस्तेमाल ज्यादातर ऑनलाइन बिज़नेस करने वाले क्षेत्र जैसे – बड़े ऑनलाइन व्यापारी, Organisations, सरकारी एजेंसी, एजुकेशन इंस्टिट्यूट, कारपोरेशन, आदि। ताकि वो अपने महत्वपूर्ण डाटा को unauthorized लोगो से बचाकर रख सकें।
VPN का फुल फॉर्म क्या है?
वीपीएन का फुल फॉर्म “वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क” होता है।
VPN – Virtual Private Network
VPN कैसे काम करता है?
चलिए अब जानते है, वीपीएन काम कैसे करता है। जब हम मोबाइल से इन्टरनेट एक्सेस करते है, तो हमारा डिवाइस होम नेटवर्क पर काम करता है, और current location दिखाता है। ऐसे में कोई भी इन्टरनेट के जरिये हमारे पर्सनल डाटा या इम्पोर्टेन्ट फाइल्स को हैक (Hack) कर सकता है।
ऐसे में अगर हम वी.पी.एन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते है, तो हमारे लिए काफी सुरक्षित होगा। जैसा कि आप सभी जानते है कि वी.पी.एन एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क होता है। जब हम वी.पी.एन से कनेक्ट होते है, तो वो हमारे डिवाइस को एक प्राइवेट नेटवर्क प्रदान करता है।
जिसके बाद हम इन्टरनेट पर कुछ भी एक्सेस करते है, तो वो पूरी तरह से सिक्योर होता है। वी.पी.एन पर सभी डाटा Encrypted Form में ट्रान्सफर की जाती है। इसके अलावा यह डिवाइस की IP एड्रेस भी बदल देता है। जब हम वी.पी.एन से कनेक्ट होते है, तो यह हमारी लोकेशन और आईपी एड्रेस बदल कर इन्टरनेट पर हमारी request को send करता है।
वीपीएन एक प्राइवेट नेटवर्क सर्वर होता है। जब हम अपने डिवाइस को वी.पी.एन से लॉग इन करके कनेक्ट करते है, तो उसके बाद हमारा इन्टरनेट कनेक्शन encrypt हो जाता है।
मान लीजिये, हम ब्राउज़र पर कोई query टाइप करते है, तो वी.पी.एन हमारी लोकेशन और आईपी एड्रेस को बदल कर, हमारी query इन्टरनेट पर send करता है। इससे हमारी present एड्रेस और real IP छुपी रहती है। जिस कारण हमारी पर्सनल डाटा safe रहता है, और हम हैकर से बच सकते है।
इसके अलावा इन्टरनेट पर हम किसी ब्लॉक कन्टेन्ट को भी आसानी से एक्सेस कर सकते है। जैसे :- कोई एसी विडियो जो हमारी लोकेशन पर ब्लॉक हो, उसे हम आसानी से देख सकते है। इसी तरह कोई वेबसाइट, सॉफ्टवेयर या मोबाइल एप्प ब्लॉक है, तो उसे भी वी.पी.एन के जरिये आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
यह एक ऐसा कनेक्शन होता है जो पूरी तरह से प्राइवेट होता है, इसमें हम कोई भी वेबसाइट एक्सेस करें, किसी को भी पता नहीं चलता। ऐसे में हमारे ISP (Internet Service Provider) को भी पता नहीं चलता है, कि हम कौनसी वेबसाइट पर एक्सेस कर रहे है।
क्यूंकि ISP हमेशा हमारी query पर नजर रखता है, लेकिन वी.पी.एन से कनेक्ट होने के बाद, जब हम ब्राउज़र पर या गूगल पर कुछ सर्च करते है, तो ISP को वो पता नहीं चलता है। ISP को लगता है, कि हम वी.पी.एन सर्वर को एक्सेस कर रहे है। पर वी.पी.एन Server हमें एक प्राइवेट कनेक्शन प्रदान करता है, जिसके जरिये हम दुनिया के किसी भी वेबसाइट या सर्विस को एक्सेस कर सकते है, फिर चाहे ISP ने उसे ब्लॉक ही क्यों ना कर रखा हो।
VPN के फायदे क्या है?
- हमारी पर्सनल डाटा और फाइल्स को हैक होने से बचाती है।
- यह एक प्राइवेट नेटवर्क कनेक्शन प्रदान करता है, जो हमें इन्टरनेट पर ज्यादा सिक्योर बनाता है।
- किसी भी ब्लॉक कन्टेन्ट, वेबसाइट या सर्विस को आसानी से एक्सेस कर सकते है।
- अपनी कंट्री लोकेशन चेंज कर सकते है। जैसे :- UAE में WhatsApp Calling ब्लॉक है, तो वहां के लोग इसकी मदद से अपनी कंट्री लोकेशन चेंज करके WhatsApp Calling कर सकते है।
- वी.पी.एन सर्वर से कनेक्ट होने पर हमारी इन्टरनेट कनेक्शन Encrypt हो जाती है। जिससे हमारे डाटा को कोई और एक्सेस नहीं कर सकता।
- इन्टरनेट पर वी.पी.एन सर्विस फ्री और पेड दोनों उपलब्ध है। आप चाहे तो वी.पी.एन सर्विस को फ्री में भी इस्तेमाल कर सकते है। गूगल प्ले स्टोर में आपको कई सारे Apps मिल जाएँगी जो फ्री में सर्विस देते है।
VPN के नुकसान क्या है?
- फ्री वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर आपके डाटा का मिसयूज कर सकते है। क्यूंकि आप इन्टरनेट पर जो भी एक्सेस करते है, उसकी पूरी जानकारी इनके सर्वर में स्टोर होती है।
- बहुत से लोग सोचते है, कि वी.पी.एन यूज़ करके हमें कोई नहीं पकड़ सकता। पर वो पूरी तरह गलत है। क्यूंकि जब आप इससे कनेक्ट होते है, तो उसकी जानकारी आपके ISP को होता है। और वीपीएन से कनेक्ट होने के बाद आप जो भी एक्सेस करते है वो इसके सर्वर में स्टोर होता है, यानी आप जिसकी सर्विस यूज़ है उस सर्विस प्रोवाइडर को इसकी पूरी जानकारी होती है, कि आप क्या एक्सेस कर रहे है।
- इसका का इस्तेमाल करके बहुत से Hackers काफी हद तक अपनी पहचान छुपाने में कामयाब हो जाते है।
- यह हमें एक सिक्योर नेटवर्क कनेक्शन तो प्रदान करता है, मगर वी.पी.एन कनेक्ट होने के बाद इन्टरनेट की स्पीड slow हो जाती है।
VPN यूज़ कैसे करते है?
वीपीएन इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छा वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर की तलाश करना है। आप इन्टरनेट की मदद से वीपीएन सर्विस प्रदाता सर्च कर सकते है। इन्टरनेट पर फ्री और पेड दोनों सर्विस प्रोवाइडर मौजूद है। आप जो चाहे यूज़ कर सकते है।
अगर आप अपने पर्सनल डाटा या फाइल्स को सिक्योर करना चाहते है, और अपने इन्टरनेट कनेक्शन को ज्यादा सिक्योर बनाना चाहते है, तो आपको एक सही और अच्छा वी.पी.एन का इस्तेमाल करना होगा। इसके लिए आप, पहले सर्विस प्रोवाइडर के बारे में इन बातों को जान लीजिये :
- कंपनी की प्रतिष्ठा कैसी है। (Reputation)
- कंपनी का प्रदर्शन कैसा है। (Performance)
- किस प्रकार की एन्क्रिप्शन इस्तेमाल होता है।
- Support System कैसा है।
- Transparency कैसी है।
- Extra Features क्या क्या है।
- इस्तमाल करने में आसान हो।
आप किसी भी प्रदाता की सर्विस देखे, तो पहले इन सभी बातों को जान लीजिये। उसके बाद अगर आपको सही लगे, तब आप इनकी सर्विस इस्तेमाल करें। अगर आप फ्री वी.पी.एन सर्विस इस्तेमाल करते है, तो उसमे आपको सभी फीचर नहीं मिलेंगी। एडवांस फीचर और एक्स्ट्रा फीचर यूज़ करने के लिए आपको पेड सर्विस लेना होगा।
अगर आप बेसिक फीचर से संतुष्ट है, और एडवांस फीचर की आवश्यकता नहीं है, तो आप फ्री वीपीएन इस्तेमाल कर सकते है। कुछ वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर trail के लिए अपने users को कुछ दिनों के लिए full features इस्तेमाल करने की अनुमति देते है। तो आप उनको भी try कर सकते है, trail version यूज़ करें, और trail period ख़त्म होने के बाद, अगर आपको उनकी सर्विस पसंद आती है, तो आप Buy करें, अन्यथा आप दूसरा वीपीएन सर्विस सर्च कर सकते है।
VPN कौन इस्तेमाल कर सकता है?
वीपीएन कौन इस्तेमाल कर सकता है? यह जानने से पहले, हमें वीपीएन की जरूरत कब पढ़ सकती है? यह जानते है। अगर हमारा कोई ऑनलाइन बिज़नेस है, और हम अपने ऑनलाइन डाटा या पर्सनल फाइल्स को hackers या unwanted person से सुरक्षित रखना चाहते है, तब हमें वीपीएन की जरूरत पढ़ती है।
इसके अलावा कोई एसी वेबसाइट या ऑनलाइन सर्विस को एक्सेस करना, जिसको हमारी कंट्री में ब्लॉक किया गया है, तो उसको एक्सेस करने के लिए वीपीएन कि आवश्यकता पढ़ती है। चलिए अब जानते है, वी.पी.एन कौन इस्तेमाल कर सकता है?
VPN, हर वो इन्सान या यूजर इस्तेमाल कर सकता है, जिसको अपने पर्सनल डाटा या ऑनलाइन फाइल्स को ज्यादा सुरक्षित बनाना हो। और जो यूजर एसी ऑनलाइन सर्विस या वेबसाइट को एक्सेस करता हो, जो उसके देश में या उसके ISP ने ब्लॉक किया हो। तो ऐसे यूजर इसका इस्तेमाल कर सकते है।
कंप्यूटर में VPN कैसे यूज़ करें?
कंप्यूटर में वी.पी.एन का इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी एक वीपीएन सर्विस पर जाकर रजिस्टर करना होगा। उसके बाद आपको एक username और password मिलेगा। जिसकी हेल्प से आप अपने वीपीएन सर्विस को लॉग इन कर पायेंगे। लॉग इन करने के बाद आप उसे इस्तेमाल कर सकते है।
कंप्यूटर में आपको फ्री वीपीएन और प्रीमियम वीपीएन सर्विस दोनों मिल जाती है। आप शुरू में फ्री सर्विस का इस्तेमाल कर सकते है, और उसके बाद अगर आपको सर्विस पसंद आये तो आप प्रीमियम वर्शन खरीद सकते है। फ्री सर्विस में आपको ज्यादा फीचर नहीं मिलती है, इसमें केवल कुछ बेसिक फीचर मिलती है। इसके अलावा प्रीमियम में सभी एडवांस और एक्स्ट्रा फीचर उपलब्ध होते है।
यहाँ पर आप अपने ब्राउज़र के अनुसार Extension भी डाउनलोड कर सकते है, केवल एक्सटेंशन के जरिये भी आप इनकी सेवाओं का लाभ उठा सकते है। या फिर अगर आप चाहे तो इनकी सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर में डाउनलोड कर सकते है और उसके जरिये भी इस्तेमाल कर सकते है।
मोबाइल में VPN कैसे यूज़ करें?
मोबाइल में VPN इस्तेमाल करने के लिए आपको वीपीएन एप्प कि जरूरत पड़ेगी। अगर आप मोबाइल में vpn इस्तेमाल करना चाहते है, तो यह बहुत ज्यादा आसान है। स्मार्टफोन के प्ले स्टोर में बहुत सारे एप्प मौजूद है, जिसमे फ्री और पेड दोनों उपलब्ध है।
आप किसी भी एक एप्प को डाउनलोड करके अपने मोबाइल में आसानी से वी.पी.एन का इस्तेमाल कर सकते है। यहाँ पर मैं किसी एप्प या कंपनी का नाम नहीं लूँगा। आप अपने स्तर से सर्च करें और आपको जो एप्प पसंद आये, उसको डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते है।
मैं आपको इतना guide कर दूंगा कि एप्प सर्च करते समय आपको किन किन बातों का ध्यान रखना है। सबसे पहले आपको एप्प की रेटिंग देखनी है, उसके बाद डाउनलोड देखना है। जिस एप्प की रेटिंग अच्छी हो और जो एप्प ज्यादा डाउनलोड हुआ हो, उनको target करें।
अगर आप iPhone iOS यूजर है, तो आपको अप्प्ल्र स्टोर में बहुत से एप्प देखे को मिल जाएँगी और अगर आप एंड्राइड यूजर है तो आपको गूगल प्ले स्टोर में कई सारी आप मिल जाएँगी। आप वहां से डाउनलोड करके आसानी से अपने मोबाइल में इस्तेमाल कर सकते है।
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तो दोस्तों, अब आप VPN के बारे में सब कुछ जान गए होंगे। VPN क्या है? VPN कैसे काम करता है? VPN यूज़ कैसे करते है? इसके फायदे और नुकसान? इत्यादि। उम्मीद करता हूँ कि आपको हमारी ये आर्टिकल जरूर पसंद आई होगी। और हमारे द्वारा बताई गयी सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी। अगर आपके मन में अभी भी किसी तरह का कोई सवाल है, तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते है।
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