हार्डवेयर क्या हैं? (What is Hardware)
हार्डवेयर के बिना कंप्यूटर का कोई अस्तित्व ही नहीं होता है। क्योंकि कई सारे हार्डवेयर उपकरणों को मिलाकर एक कंप्यूटर बनता है। हार्डवेयर को हम बिल्कुल आसान शब्दों में समझे, तो वह सभी डिवाइसेज या उपकरण जिन्हें हम देख और छू सकते हैं, वह सभी हार्डवेयर होते हैं। या यूं कहें, कंप्यूटर के Physical Elements जिन्हें हम देख और छू सकते हैं, वह सभी हार्डवेयर कहलाते हैं।
हार्डवेयर, कंप्यूटर के Physical Parts होते हैं। जिन्हें मिलाकर एक कंप्यूटर बनता है। लेकिन उस कंप्यूटर में जान सॉफ्टवेयर द्वारा प्रदान किया जाता हैं। तब हमें एक पूर्ण रूप से चलने लायक कंप्यूटर प्राप्त होता है। हार्डवेयर का सबसे अच्छा उदाहरण कंप्यूटर का मॉनिटर होता है, जिसमें अभी आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं। क्योंकि मॉनिटर एक हार्डवेयर है और उसमें लगा स्क्रीन भी हार्डवेयर ही होता है।
हार्डवेयर की परिभाषा (Definition of Hardware)
हार्डवेयर, कंप्यूटर का भौतिक भाग होता है, जिसमें उसके डिजिटल सर्किट लगे होते हैं। जैसा कि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से प्रदर्शित होता है और यह हार्डवेयर के अंदर ही रहता है। किसी कंप्यूटर का हार्डवेयर उसके सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर डाटा की तुलना में कभी-कभी बदल जाता है। यह डाटा महसूस करने में वस्तुपरक नहीं होते हैं, और इन्हें तत्काल, संशोधित अथवा मिटाया जा सकता है। – विकिपीडिया
कंप्यूटर का वह भाग जिसे हम देख वह छू सकते हैं कंप्यूटर हार्डवेयर कहलाते हैं।
Computer Hardware includes the physical, tangible parts or components of the computer, such as the cabinet, central processing unit, monitor, keyboard, data storage devices, graphic card, sound card, speakers and motherboard.
कंप्यूटर के भौतिक भाग, जिन्हें हम देख सकते हैं और छू सकते हैं, हार्डवेयर कहलाते हैं। जैसे – कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, प्रिंटर, मदरबोर्ड, स्पीकर, इत्यादि।
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हार्डवेयर के प्रकार (Types of Hardware)
हार्डवेयर के निम्न प्रकार हो सकते हैं। चलिए सभी को डिटेल में समझते हैं:-
1) प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Device)
जब आप कंप्यूटर में किसी डाटा का इनपुट देते हैं, तो कंप्यूटर उस डाटा का आउटपुट देने से पहले उसे प्रोसेस करता है। इस प्रोसेस में Raw Data तो Information में बदला जाता हैं। जिस प्रोसेसिंग डिवाइस के जरिए यह कार्य किया जाता है उसे प्रोसेसर कहते हैं। इसके अलावा इसे सीपीयू (CPU) भी कहा जाता है।
2) इनपुट डिवाइसेज (Input Devices)
हम जिस डिवाइस के जरिए कंप्यूटर को सूचना देते हैं, उस डिवाइस को इनपुट डिवाइस कहते हैं। अर्थात कंप्यूटर जिस डिवाइस के जरिए हमसे डाटा या सूचना लेता है, उसे इनपुट डिवाइस कहते हैं। इनपुट डिवाइस के कुछ उदाहरण जिससे आपको समझने में आसानी होगी। उदाहरण – कीबोर्ड, माउस, स्केनर, लाइट पेन, माइक्रोफोन, आदि।इन सभी इनपुट डिवाइस के जरिए हम कंप्यूटर में इनपुट देते हैं।
कीबोर्ड (Keyboard)
Keyboard, कंप्यूटर का सबसे अहम इनपुट डिवाइस होती हैं। कीबोर्ड का इस्तेमाल हम कंप्यूटर में डाटा डालने के लये करते हैं। तथा ये Text और Character को इनपुट करने के उपयोग में लाया जाता हैं। इसके अलावा कंप्यूटर में हमें जो भी लिखने का कार्य होता हैं, उसे कीबोर्ड के द्वारा ही किया जाता हैं।
माउस (Mouse)
Mouse भी कंप्यूटर की एक महत्पूर्ण इनपुट डिवाइस होती हैं। माउस की मदद से हम कंप्यूटर स्क्रीन में दिखने वाले आइकॉन (Cursor) को Move करते हैं, और कंप्यूटर में इनपुट देते हैं। माउस में 2 बटन होते हैं, जिन्हें लेफ्ट क्लिक और राईट क्लिक कहते हैं। और एक बीच में स्क्रॉल बटन होती हैं, जिससे डिस्प्ले पेज को ऊपर निचे कर सकते हैं।
स्कैनर भी इनपुट डिवाइस होते हैं। स्कैनर के जरिये किसी भी पेज, डॉक्यूमेंट, फोटो, जिसमे पहले से चित्र या सुचना होती हैं, उसे सीधे कंप्यूटर में इनपुट किया जाता हैं। जिसे आमतौर पर कहा जाता हैं, फोटो स्कैन करना, या पेज स्कैन करना। स्कैन करने के बाद document या फोटो को Edit भी किया जा सकता हैं।
Light Pen भी एक इनपुट डिवाइस होती हैं। इसका इस्तेमाल कंप्यूटर की स्क्रीन के डिस्प्ले पर कोई चित्र या ग्राफ़िक को बनाने के लिए किया जाता हैं। इसके अलावा टच स्क्रीन वाले कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल डिस्प्ले टच करने के लिए भी किया जाता हैं। इसे पॉइंटर डिवाइस भी कहा जाता हैं।
माइक्रोफोन भी एक इनपुट डिवाइस ही होते हैं। माइक्रोफोन का उपयोग voice record करने के लिए किया जाता हैं। हम जो कुछ भी बोलते हैं, वो माइक्रोफोन के जरिये कंप्यूटर में इनपुट होती हैं। इस प्रकार माइक्रोफोन भी एक इनपुट डिवाइस होते हैं।
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3) आउटपुट डिवाइसेज (Output Devices)
इनपुट देने के बाद कंप्यूटर हमें जिस डिवाइस के जरिए रिजल्ट प्रदान करता है, आसान शब्दों में उसे ही आउटपुट डिवाइस कहते हैं। आउटपुट डिवाइस के कुछ उदाहरण – मॉनिटर, प्रिंटर, प्रोजेक्टर, स्पीकर, आदि। इन आउटपुट डिवाइसेज की मदद से हमें कंप्यूटर के द्वारा आउटपुट मिलता है।
प्रोजेक्टर (Projector)
प्रोजेक्टर भी एक आउटपुट डिवाइस है। प्रोजेक्टर वो डिवाइस होती है जिसकी मदद से कंप्यूटर की display को दुसरे स्क्रीन में दिखा सकते हैं। हम कंप्यूटर के डिस्प्ले को किसी बड़े स्क्रीन में देखना चाहते हैं, तो इसके लिए प्रोजेक्टर की आवश्यता पढ़ती हैं।
स्पीकर भी आउटपुट डिवाइस होते हैं। कंप्यूटर पर हम स्पीकर की मदद से म्यूजिक सुन सकते हैं। स्पीकर का इस्तेमाल विडियो की आवाज़, गाने, या रिकॉर्ड की गयी आवाज़ को सुनने के लिए किया जाता हैं। जब हम कंप्यूटर में विडियो देखने या म्यूजिक सुनने के लिए इनपुट देते हैं, तो स्पीकर की मदद से हमें आउटपुट मिलता हैं।
4) इंटरनल डिवाइस (Internal Devices)
कंप्यूटर सिस्टम के अंदर लगे वह सभी डिवाइसेज, जिन्हें हम देख सकते हैं और छू सकते हैं, आंतरिक उपकरण यानी इंटरनल डिवाइस कहलाते हैं। इंटरनल डिवाइसेज के कुछ उदाहरण – मदरबोर्ड, रैम, एक्सपेंशन कार्ड, SMPS, सीपीयू, आदि।
मदरबोर्ड कंप्यूटर का मुख्य हार्डवेयर डिवाइस है, जो आंतरिक भाग में लगा होता है। यह कंप्यूटर का मुख्य भाग है, जो कंप्यूटर के अलग-अलग कॉम्पोनेंट्स को अपने साथ जोड़ कर रखता है। मदरबोर्ड को और भी कई नामों से जाना जाता है। जैसे – Mainboard, Main Circuit Board, System Board, Baseboard, Etc. यह एक प्रकार का बोर्ड होता है जिसको PCB (Printed Circuit Board) कहते हैं। कंप्यूटर के अलग-अलग कॉम्पोनेंट मदर बोर्ड के साथ जुड़े होते हैं। जैसे – रैम, हार्ड डिस्क, ग्राफिक कार्ड, सीपीयू, SMPS पोर्ट, आदि।
रैम का पूरा नाम रैंडम एक्सेस मेमोरी (Random Access Memory) होता है। इसके अलावा इसे डायरेक्ट एक्सेस मेमोरी (Direct Access Memory) भी कहते हैं। यह कंप्यूटर का अस्थाई मेमोरी (Temporary Memory) होता है। रैम में डाटा तब तक Save रहता हैं, जब तक कंप्यूटर में Current Flow हो रही हो। एक बार कंप्यूटर Shutdown होने पर रैम से सभी डाटा Remove हो जाता हैं।
सीपीयू का पूरा नाम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit) होता है। असलियत में सीपीयू, प्रोसेसर को कहते हैं। पर लोग सीपीयू, उस डिवाइस को कहते हैं जिसके अंदर प्रोसेसर, मदरबोर्ड, SMPS, इत्यादि को लगाया जाता है या फिट किया जाता है। इसे कंप्यूटर का मस्तिष्क भी कहा जाता है। यह पूरे कंप्यूटर सिस्टम को कंट्रोल करता है। इसे तीन कॉम्पोनेंट में डिवाइड किया गया है। ALU (Arithmetic Logic Unit), CU (Central Unit) और MU (Memory Unit).
5) स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices)
स्टोरेज डिवाइस वह डिवाइस होते हैं जो डाटा और इंफॉर्मेशन को जरूरत के हिसाब से स्थाई (Permanent) या अस्थाई (Temporary) रूप से स्टोर करते हैं। स्टोरेज डिवाइसेज के कुछ उदाहरण – हार्ड डिस्क, एसएसडी, रैम, पेन ड्राइव, डीवीडी, आदि।
हार्ड डिस्क एक हार्डवेयर डिवाइस है, जिसमें कंप्यूटर के सभी डाटा को परमानेंटली स्टोर किया जाता है। हार्ड डिस्क कंप्यूटर के आंतरिक भाग में लगा होता है। इसके अलावा एक्सटर्नल हार्ड डिक्स (External Hard Disk) भी आती है जिसे हम कंप्यूटर या लैपटॉप में USB के जरिए बाहर से Connect कर सकते हैं।
एसएसडी का पूरा नाम सॉलि़ड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive) होता है। यह दिखने में रैम की तरह होता है, और इसका काम बिल्कुल हार्ड डिस्क की तरह डाटा को स्टोर करने का होता है। हार्ड डिस्क, मैग्नेटिक स्टोरेज डिवाइस होता है, पर SSD इलेक्ट्रॉनिक डाटा स्टोरेज डिवाइस होता है। इसके अलावा SSD, हार्ड डिस्क की तुलना में काफी ज्यादा तेज कार्य करता है। इसकी read और write करने की power बहुत ज्यादा fast होती है।
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हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में अंतर (Difference Between Hardware & Software)
HARDWARE | SOFTWARE |
---|---|
हार्डवेयर उस Physical Device को कहते हैं, जिसे हम देख और छू सकते हैं। | सॉफ्टवेयर को हम ना ही देख सकते हैं और ना ही छू सकते हैं। यह एक प्रोग्राम होता है। |
हार्डवेयर एक भौतिक उपकरण है, जो कंप्यूटर के साथ भौतिक रूप से जुड़ा होता है। | सॉफ्टवेयर एक प्रोग्राम है, जो कंप्यूटर में दिए गए specific task को पूरा करने के लिए अनुदेश देता है। |
यह सॉफ्टवेयर के नियंत्रण में संचालित होता है। | यह कंप्यूटर के संचालन को नियंत्रित करता है। |
हार्डवेयर के खराब हो जाने पर, इसे repair या नए से replace किया जा सकता है। | सॉफ्टवेयर के खराब यानी Corrupt हो जाने पर, इसे बैकअप के जरिए reinstall करके दोबारा वापस लाया जा सकता है। |
हार्डवेयर पर कंप्यूटर वायरस का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। | सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर वायरस बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। |
हार्डवेयर के बिना कंप्यूटर का कोई अस्तित्व ही नहीं है। | सॉफ्टवेयर के बिना कंप्यूटर चलाया नहीं जा सकता। क्योंकि बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर नहीं चलेगा। |
हार्डवेयर के उदहारण – मॉनिटर, मदरबोर्ड, प्रिंटर, स्कैनर, स्पीकर, हार्ड डिस्क, इत्यादि। | सॉफ्टवेयर के उदहारण – ऑपरेटिंग सिस्टम, एंटीवायरस, फोटोशोप, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, इत्यादि। |