डाटा क्या हैं? (What is Data?)
डेटाबेस को समझने से पहले हमें यह जानना होगा कि डाटा क्या है? डाटा किसी भी information और raw facts का एक छोटा सा हिस्सा होता है। डाटा वह raw facts हैं जिसका स्वयं कोई अर्थ नहीं होता लेकिन इसका value होता है। कोई भी number, text, letters, image, audio, video, etc. डाटा हो सकता है। जब इन सभी डाटा को किसी form में व्यवस्थित करते हैं, तो यह information बं जाते हैं।
डाटा के प्रकार? (Types of Data?)
चलिए आप समझते हैं डाटा कितने प्रकार के होते हैं? कंप्यूटर में स्टोर किए जाने वाले डाटा को हम निम्नलिखित वर्गों में बांट सकते हैं :
यह 0 से लेकर 9 तक (Total 10) numbers से मिलकर बनते हैं। संख्यात्मक डाटा पर अंकगणितीय क्रियाएं की जा सकती है। किसी क्लास में students की संख्या या परीक्षा में उनका प्राप्तांक संख्यात्मक डाटा है।
यह डाटा वर्णमाला (Alphabet) के सभी अक्षरों से मिलकर बना होता है। जैसे – अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर (A से Z) और हिंदी वर्णमाला के अक्षर (क से ज्ञ) इत्यादि होते हैं। किसी क्लास के स्टूडेंट्स का पता या उनका नाम अक्षर डाटा है।
यह डाटा सभी numbers, alphabet, special characters और symbol से मिलकर बनता हैं। इसमें अंकगणितीय क्रियाएं नहीं की जा सकती, पर इनकी तुलना की जा सकती है। जैसे – क्लास के स्टूडेंट्स का पता अक्षर संख्यात्मक डाटा हो सकते हैं।
ध्वनि डाटा वह डाटा होती है जिसमें आवाज मौजूद होती है। कंप्यूटर में स्टोर किए गए सभी प्रकार की फाइल जिसमें आवाज (Audio) होती है, साउंड डाटा कहलाता हैं। जैसे – mp3 file, wav format की file, etc.
ग्राफिक डाटा में इमेजेस, चित्र, लिखा चित्र या ग्राफ के रूप में स्टोर किए गए डाटा शामिल होते हैं।
वीडियो डाटा में सभी प्रकार के चलचित्र (Moving Pictures) शामिल होते हैं।
डेटाबेस क्या है? (What is Database?)
चलिए डेटाबेस को हम एक उदाहरण से समझते हैं – MS Excel का इस्तेमाल किसी डाटा को बनाने के लिए किया जाता है। जैसे हम एम एस एक्सेल में किसी डाटा को बनाने के लिए एक टेबल बनाते हैं और कई सारे column और rows बनाकर उसमें डाटा को आवश्यकता अनुसार व्यवस्थित कर स्टोर करते हैं। जिससे हमारा काम आसान हो जाता हैं। ठीक इसी तरह डाटाबेस में भी डाटा को एक टेबल में स्टोर किया जाता हैं, जिसमें कई सारे अलग अलग rows और column होते हैं, जिस वजह से उन डाटा का उपयोग करना आसान हो जाता हैं।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या है? (Whats is Database Management System?)
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम को हम शॉर्ट में DBMS भी कहते हैं। DBMS को अगर हम आसान शब्दों में समझें तो यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें डाटा को मैनेज किया जाता है। डेटाबेस मन में सट्टा में एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो कंप्यूटर का उपयोग करके डिजिटल डाटा को व्यवस्थित करने (Manipulate), उसमें परिवर्तन करने (Edit), उसे अपडेट करने, डाटा को शेयर करने, पुराने डाटा को डिलीट करने और नये डाटा को स्टोर करने का कार्य करता है।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम कई सारे Authorized Users को अलग-अलग उद्देश के लिए डाटा और सूचना शेयर करने की सुविधा उपलब्ध कराता है। डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम कंप्यूटर का यूज करके Facts को एक स्थान पर स्टोर करने तथा Authorized Users द्वारा उनका यूज़ करने की व्यवस्था है। यह डेटाबेस में स्टोर डाटा के लिए data types और structures को specify करता है।
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DBMS की विशेषताएं (Characteristics of DBMS)
DBMS यानी डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी प्रकार के डाटा को स्टोर करने में सक्षम होता है। डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में केवल नाम और पते का डाटा ही नहीं बल्कि Actual दुनिया में मौजूद किसी भी प्रकार के डाटा को स्टोर किया जा सकता हैं।
डेटाबेस कभी भी खराब होने जैसी समस्याएं आ सकती है। ऐसी स्थिति में अगर डाटा को Recover नहीं किया जा सका तो निश्चित रूप से नुकसान होगा। इसलिए डेटाबेस में बैकअप और रिकवरी की विशेषता उपलब्ध होती है।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी प्रकार के डाटा को नॉर्मल तरीके से स्टोर करने के नियमों का पालन करती है जिस कारण Data Redundancy अर्थात डाटा का डुप्लीकेशन (Duplication) होने की संभावना कम हो जाता है।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में डाटा स्टोर होने से पहले उसकी Quality और Reliability को बढ़ाता है। DBMS कि सिक्योरिटी बहुत ही हाई लेवल की होनी चाहिए इसलिए यह डेटाबेस में Unauthorized Access को रोकता है और इसे अधिक सुरक्षित बनाता है।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में स्टोर किए गए डाटा का हर एक value एक दूसरे से स्वतंत्र और आत्मनिर्भर होना चाहिए जिससे कि यह कोई भी प्रोग्राम डाटा के किसी भी part का स्वतंत्रता पूर्वक उपयोग करने में सक्षम हो।
डेटाबेस में डाटा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए यह निर्धारित किया जाता है कि कौन किस डाटा को किस सीमा तक देख (View) सकता है या परिवर्तित (Modify) कर सकता है। इस प्रकार किसी महत्वपूर्ण या व्यक्तिगत डेटा की गोपनीयता (Privacy) सुनिश्चित की जाती है।
Data Inconsistency
डेटाबेस में अलग-अलग स्थानों पर किसी एक ही Fact का अलग-अलग Value होना Data Inconsistency कहलाता है। इससे एक ही विषय पर दो अलग-अलग रिजल्ट्स प्राप्त हो सकते हैं। किसी भी डाटाबेस में Data Inconsistency नहीं होनी चाहिए इसलिए इसे डाटाबेस में Data Redundancy को रोककर Data Inconsistency को समाप्त किया जा सकता है।
डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के प्रकार (Types of DBMS)
इसमें डाटा को टेबल्स (Tables) के कलेक्शन के रूप में स्टोर किया जाता है। इन टेबल्स में Rows और Columns होते हैं। इसमें डाटा को खोजना बहुत ही आसान हो जाता है और इसे रिलेशनल इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इसमें स्टोर डाटा सभी टेबल्स के बीच कुछ ना कुछ संबंध रखते हैं।
इस प्रकार के डेटाबेस मॉडल में डाटा को रिकॉर्ड के कलेक्शन के रूप में स्टोर किया जाता है। इन रिकॉर्ड में आपस में लिंक (Links) द्वारा संबंध होते हैं। इस प्रकार के संबंध को many to many relationship कहां जाता है। इसमें एक child network के एक से अधिक parent भी हो सकते हैं।
इसमें भी डाटा को रिकॉर्ड के कलेक्शन के रूप में स्टोर किया जाता है, लेकिन सभी रिकॉर्ड आपस में tree के समान होते है, इसलिए सभी रिकॉर्ड आपस में पदानुक्रम (tree like structure) से जुड़े होते हैं। यह सबसे पुराना और लोकप्रिय डाटा मॉडल है इसमें डाटा मैनिपुलेशन लैंग्वेज (Data Manipulation Language) सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है। इसमें एक parent के कई सारे child हो सकते हैं लेकिन एक child का केवल एक ही parent होता है, इस प्रकार के रिलेशनशिप को one to many relationship कहा जाता हैं।
डेटाबेस में डाटा को इस प्रकार के मॉडल में object के रूप में स्टोर किया जाता है। यहां पर दो या उससे अधिक objects के बीच अलग-अलग प्रकार के संबंध हो सकते हैं। इस प्रकार के डेटाबेस को बनाने के लिए object oriented programming language की जरूरत पड़ती है।
डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर कौन कौन से है?
☆ MySQL
☆ SQLite
☆ Microsoft SQL Server
☆ Oracle
☆ Microsoft Access
☆ dBASE
☆ IBM DB2
☆ PostgreSQL
☆ Foxpro
☆ MariaDB
☆ NoSQL
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का कहां-कहां पर उपयोग होता है?
☆ Banking
☆ Airlines
☆ Telecommunication
☆ Railway reservation system
☆ Library management system
☆ School college university
☆ Social media sites
☆ Military
☆ Manufacturing
☆ Online shopping
☆ HR management, Etc.
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के Components
i) Database Administrator
ii) Application Programmer
iii) End User
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के फायदे (Advantages of DBMS)
☆ Data redundancy को कम करता है।
☆ DBMS Multi User Environment को support करता है।
☆ डेटाबेस में डाटा को सिक्योर रखना बहुत ही आसान होता है।
☆ Authorized Users के बीच डाटाबेस को शेयर करना आसान होता है।
☆ Unauthorized Users से डाटा को सिक्योर रखता है।
☆ इसमें डाटा की गोपनीयता बनी रहती है।
☆ डेटाबेस मैं डाटा इनकंसिस्टेंसी नहीं होती है।
☆ इसमें Application Development मैं भी बहुत ही कम समय लगता है।
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के नुकसान (Disadvantages of DBMS)
☆ डेटाबेस Administrator, Programmer, Operator जैसे कई स्टार्स की जरूरत पड़ती है। और इन्हें इसके लिए एक अच्छी ट्रेनिंग देना जरूरी होता है।
☆ DBMS एक काफी बड़ा सॉफ्टवेयर है, इसलिए इसे सही तरीके से चलाने के लिए एक High Configuration System की जरूरत पड़ती है जो काफी ज्यादा Costly हो सकती है।
☆ DBMS में सभी डाटा एक ही डेटाबेस में स्टोर किया जाता है इसलिए Database Failure की संभावना अधिक हो जाती है।
☆ हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर काफी ज्यादा costly होते हैं।