आज हम इस आर्टिकल में आरटीजीएस के बारे में सीखेंगे। RTGS क्या है? (What is RTGS in Hindi), RTGS का फुल फॉर्म क्या है? इसका उपयोग कैसे करें? इसके फायदे और महत्व? RTGS कैसे काम करता है? इसका उपयोग क्या है? आदि। RTGS की सम्पूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।
RTGS क्या है? (What is RTGS)
RTGS पेमेंट सर्विस का एक फ़ास्ट और सिक्योर मेथड है। यह एक बैंकिंग पेमेंट सिस्टम सर्विस है, जिसके जरिये रियल टाइम में transaction किया जाता है। यह काम तो रियल-टाइम basis पर ही करता है, मगर इसमें transaction complete होने में 30 मिनट का समय लगता है। इसका उपयोग बड़े फण्ड ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है।
इसमें फण्ड ट्रान्सफर के लिए दुसरे बैंक की अप्रूवल के लिए इंतजार नहीं करना पढता है। और किसी वेटिंग पीरियड के बिना ही आरटीजीएस द्वारा फण्ड किसी भी अन्य बैंकों में भेज सकते है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा आरटीजीएस पेमेंट सिस्टम सर्विस को maintain किया जाता है। बड़े फण्ड ट्रान्सफर के लिए यह सेवा सबसे फ़ास्ट और सुरक्षित माना जाता है।
परिवर्णी शब्द ‘आरटीजीएस का अर्थ रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट है। भारतीय रिजर्व बैंक (भारत का सेंट्रल बैंक) इस भुगतान नेटवर्क का रखरखाव करता है। रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट एक फण्ड ट्रान्सफर मैकेनिज्म है जहाँ पैसे का ट्रान्सफर एक बैंक से दुसरे बैंक में ‘रियल टाइम’ और ‘ग्रॉस’ आधार पर होता है। – विकिपीडिया
इसके द्वारा कोई भी व्यक्ति भारत के किसी भी एक बैंक से दुसरे बैंक में पैसे भेज सकता है। इसका उपयोग विशेष रूप से केवल ज्यादा राशी ट्रान्सफर करने के लिए किया जाता है। इसमें न्यूनतम ट्रान्सफर सीमा 2 लाख निर्धारित है, जिसके निचे पैसे इसके द्वारा नहीं भेज सकते। अगर आप इससे कम राशि ट्रान्सफर करना चाहते है, तो आपको NEFT का उपयोग करना होगा। – NEFT क्या है? इसका उपयोग कैसे करें?
इसमें आप 2 लाख से ऊपर जितना चाहे पैसे ट्रान्सफर कर सकते है। इसमें अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। जब तक आपका बैंक ब्रांच आपके लिए लिमिट न तय कर दे, तब तक आप जितना चाहे 2 लाख के ऊपर ट्रान्सफर कर सकते है। इसमें फंड्स के सेटलमेंट को RBI द्वारा maintained किया जाता है और हर transaction को उनके बुक या रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है। जिससे की transaction सक्सेसफुल होने के बाद, उसे दोबारा से नहीं किया जा सकता हैं।
RTGS का फुल फॉर्म क्या है?
आरटीजीएस का फुल फॉर्म “रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट” होता है।
RTGS – Real Time Gross Settlement
RTGS Full Form in Hindi
आरटीजीएस का पूरा नाम हिन्दी में “वास्तविक समय सकल निपटान” होता है।
आरटीजीएस – वास्तविक समय सकल निपटान
RTGS के फायदे क्या है?
- आरटीजीएस के माध्यम से रियल-टाइम में पैसे ट्रान्सफर किया जा सकता है।
- इसका उपयोग मुख्य रूप से बड़े फण्ड ट्रान्सफर के लिए किया जाता है।
- इसमें पैसे ट्रान्सफर करने की अधिकतम कोई सीमा तय नहीं है, जिनता चाहे 2 लाख से ज्यादा ट्रान्सफर कर सकते है।
- ये बहुत ज्यादा fast, safe और secure है।
- इसमें इमीडियेट क्लीयरिंग हो जाती है।
- आरटीजीएस ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से किया जा सकता है।
- बिना किसी paper process के ज्यादा funds को तुरंत ट्रान्सफर किया जा सकता है।
- इसे RBI द्वारा मैनेज किया जाता है, इसलिए ये बहुत ज्यादा Reliable है।
RTGS का उपयोग कैसे करें?
आरटीजीएस से पैसे ट्रान्सफर करना बुहत आसान है। यानी आरटीजीएस का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इसके लिए आपके पास एक बैंक खाता होना जरूरी है। आपका खाता भारत के किसी भी बैंक में हो सकता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से इसका उपयोग किया जा सकता है। हम ऑनलाइन नेट बैंकिंग के द्वारा भी आरटीजीएस कर सकते है और बैंक जाकर ऑफलाइन भी इसके जरिये पैसे ट्रान्सफर कर सकते है।
ऑनलाइन आरटीजीएस करने के लिए आपके बैंक खाते में इन्टरनेट बैंकिंग का activate होना जरूरी है। इन्टरनेट बैंकिंग activate करने के लिए आप अपने बैंक के ब्रांच में जाकर संपर्क कर सकते है या ऑनलाइन एटीएम कार्ड के द्वारा स्वयं भी activate करवा सकते है। इन्टरनेट बैंकिंग activate होने के बाद आपको एक यूजरनाम और पासवर्ड मिलता है, जिसके जरिये आप अपने अकाउंट को ऑनलाइन एक्सेस कर पाते है।
तो अपने यूजरनाम और पासवर्ड से नेट बैंकिंग में लॉग इन करें और फण्ड ट्रान्सफर पर जाकर RTGS विकल्प को चुने। इसके बाद पूछे गए कुछ जरूरी जानकारी दर्ज करें। जैसे :- लाभार्थी का नाम, खाता नंबर, ब्रांच का नाम, IFSC कोड, आदि। इसके बाद सबमिट करने और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गये OTP को दर्ज करके पैसे ट्रान्सफर कर दें।
अगर आप ऑनलाइन करने में सक्षम नहीं है, तो आप ऑफलाइन भी आरटीजीएस के जरिये पैसे ट्रान्सफर कर सकते है। इसके लिए आपको अपने बैंक के ब्रांच में जाना होगा। ब्रांच से आरटीजीएस फॉर्म प्राप्त करना होगा। इसके बाद फॉर्म में पूछे गए सभी जानकारी आपका बैंक डिटेल्स और लाभार्थी का बैंक डिटेल्स दर्ज करें।
एक बार फिर से फॉर्म को अच्छे से Re-Check जरूर करें। और सभी जानकारी सही होने पर बैंक अधिकारी या कर्मचारी को फॉर्म जमा कर दें। जिसके बाद बैंक द्वारा आपके अकाउंट से पैसे डेबिट करके, लाभार्थी के खाते में पैसे क्रेडिट कर दिया जायेगा।
RTGS से पैसे कैसे ट्रान्सफर करें?
आरटीजीएस हम दो तरीको से कर सकते है, ऑनलाइन और ऑफलाइन। दोनों ही तरीका बहुत आसान है, बस आपको इसका process पता होनी चाहिए। चलिए सीखते है, दोनों तरीकों से पैसे कैसे ट्रान्सफर करते है। निचे हम दोनों तरीकों से पैसे ट्रान्सफर करने का पूरा process step by step बता रहें है।
Online RTGS से पैसे ट्रान्सफर कैसे करें?
- ऑनलाइन आरटीजीएस करने के लिए इन्टरनेट बैंकिंग सुविधा को activate करना होगा। activate करने के लिए बैंक शाखा से संपर्क करें, या एटीएम कार्ड के द्वारा ऑनलाइन activate करें।
- अब अपने बैंक कि आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ
- इन्टरनेट बैंकिंग विकल्प पर जाएँ और यूजरनाम, पासवर्ड के जरिये लॉग इन करें।
- फण्ड ट्रान्सफर के section में जाएँ और पहले beneficiary ऐड करें।
- उसके बाद inter-banking payment आप्शन में जाए और RTGS को चुने।
- लाभार्थी को जोड़ने के लिए पूछे गए जरूरी जानकारी दर्ज करें जैसे – नाम, अकाउंट नंबर, पता, IFSC कोड, आदि।
- उसके बाद कन्फर्म करें, और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आयें OTP को दर्ज करें।
- जोड़ें गए लाभार्थी को बैंक द्वारा approve होने तक आपको इंतजार करना है। इसमें 30 से 40 मिनट कर सकते है।
- एक बाद लाभार्थी का अकाउंट बैंक द्वारा approve हो जाने पर, तुरंत पैसे ट्रान्सफर किया जा सकता है।
- Fund Transfer पर जाएँ और Inter Bank Transfer विकल्प को चुने।
- transaction type में RTGS / NEFT / IMPS में से RTGS को चुने।
- जोड़े गए लाभार्थी को लिस्ट में से सेलेक्ट करें।
- राशी दर्ज करें, जितना आप ट्रान्सफर करना चाहते है।
- अब फण्ड ट्रान्सफर या सबमिट बटन पर क्लिक करें और पैसे ट्रान्सफर कर दें।
Offline NEFT से पैसे ट्रान्सफर कैसे करें?
आरटीजीएस के माध्यम से बैंक शाखा जाकर ऑफलाइन भी पैसे ट्रान्सफर किया जा सकता है। अगर आपके बैंक अकाउंट में इन्टरनेट बैंकिंग की सुविधा activate नहीं है, तो आप ऑफलाइन भी आसानी से पासी ट्रान्सफर कर सकते है। चलिए सीखते है :-
- ऑफलाइन पैसे ट्रान्सफर करने के लिए सबसे पहले अपने बैंक शाखा जाएँ।
- उसके बाद बैंक से RTGS फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी दर्ज करें। जैसे :- नाम, अकाउंट नंबर, ब्रांच, IFSC कोड, आदि।
- फॉर्म के beneficiary में आपको सामने वाले की बैंक जानकारी लिखना है, जिसे पैसे ट्रान्सफर करना है। और राशी लिखें जितना ट्रान्सफर करना है।
- ऊपर NEFT और RTGS का विकल्प मिलेगा, जिसमे RTGS पर आपको tick करना है।
- फॉर्म भरने के बाद एक बार सभी जानकारी को Re-Check जरूर करें।
- बैंक के अधिकारी या कर्मचारी, जो आरटीजीएस करते है, उन्हें फॉर्म जमा कर दें।
- बैंक के अधिकारी, सभी जानकारी वेरीफाई करने के बाद, आपके अकाउंट से पैसे डेबिट कर देंगे।
- और आगे की प्रक्रिया को पूरा करते हुए, लाभार्थी के अकाउंट में ट्रान्सफर कर देंगे।
RTGS में कितना पैसे ट्रान्सफर कर सकते है? – RTGS Limit
आरटीजीएस के माध्यम से पैसे ट्रान्सफर करने का एक न्यूनतम लिमिट RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) द्वारा निर्धारित किया गया है। इसके अनुसार निर्धारित किये गए न्युनानत लिमिट से कम का फण्ड आप ट्रान्सफर नहीं कर सकते। अगर आरटीजीएस के माध्यम से आप पैसे ट्रान्सफर करना चाहते है, तो आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा।
आरटीजीएस के माध्यम से फण्ड ट्रान्सफर करने की लिमिट कम से कम 2 लाख रुपए है। इससे कम की राशी आप आरटीजीएस के माध्यम से ट्रान्सफर नहीं कर सकते। और इसमें अधिकतम की कोई सीमा निर्धारित नहीं हैं। यानी एक दिन में आप आरटीजीएस के माध्यम से किसी भी अकाउंट में 2 लाख रुपए या इससे ज्यादा की राशि ट्रान्सफर कर सकते है।
RTGS के चार्जेज क्या है? – RTGS Charges
जी हाँ, आरटीजीएस करने पर बैंक द्वारा कुछ फीस चार्ज किये जाते है। Transaction Fees के रूप में जो पैसे चार्ज किये जाते है, वो अलग-अलग बैंक के अलग-अलग फीस हो सकती है। और यह समय समय पर बैंक द्वारा बदलती भी रहती है। यहाँ हम आपको अप्रैल 2021 की RTGS Transaction Charges बता रहे हैं। आप आरटीजीएस करने से पहले एक बार अपने ब्रांच से transaction चार्ज के बारे में जानकारी जरूर कर लें।
Amount | Transaction Charge |
---|---|
2 लाख से 5 लाख तक | Rs. 25 + GST |
5 लाख से ज्यादा | Rs. 50 + GST |
नोट :- Transaction Charges अलग-अलग बैंक के अलग-अलग हो सकते है। अधिकतर बैंकों के यही चार्जेज है। जब भी RTGS कराये, तो पहले अपने बैंक के RTGS चार्जेज जरूर चेक कर लें, या ब्रांच में जाकर पता करें।
IMPS और RTGS में अंतर क्या है?
IMPS | RTGS |
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इसका फुल फॉर्म Immediate Payment Service है। | इसका फुल फॉर्म Real Time Gross Settlement होता है। |
इसका प्रबंधन NPCI (National Payments Corporation of India) द्वारा किया जाता है। | इसका प्रबंधन RBI (Reserve Bank of India) द्वारा किया जाता है। |
IMPS को 22 नवम्बर 2010 को लॉन्च किया गया है। | RTGS को भारत में दिसम्बर 2005 में लॉन्च किया गया है। |
इसमें Real-Time में फण्ड ट्रान्सफर किये जाते है। | यह भी रियल टाइम basis पर कार्य करता है, मगर फण्ड ट्रान्सफर होने में 30 मिनट लग जाते है। |
IMPS 24X7, 365 दिन कार्य करता है। इसके जरिये कभी भी पैसे ट्रान्सफर कर सकते है। बैंक की छुट्टी वाले दिन भी यह उपलब्ध है। | RTGS में पैसे ट्रान्सफर करने के लिए पहले एक समय सीमा निर्धारित थी। मगर दिसम्बर 2020 में RBI द्वारा इसकी समय सीमा को समाप्त कर दिया गया है। |
इसमें 1 रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक प्रतिदिन लेनदेन की सीमा तय की गयी है। | इसमें न्यूनतम 2 लाख रुपए और अधिकतम कि कोई सीमा तय नहीं हैं। |
इसमें पैसे ट्रान्सफर करने के 1 रुपए से 15 रुपए तक चार्जेज लगते है। चार्जेज बैंक द्वारा निर्धारित किया जाता है, इसलिए अलग-अलग बैंक के अलग-अलग चार्जेज हो सकते है। | इसमें पैसे ट्रान्सफर करने के 25 रुपए से 50 रुपए तक चार्जेज लगते है। |
NEFT और RTGS में अंतर क्या है?
NEFT | RTGS |
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इसमें 1 रुपए से 10 लाख रुपए तक भेज सकते है। | RTGS में 2 लाख से कम पैसे ट्रान्सफर नहीं कर सकते, इसमें कम से कम 2 लाख रुपए या इससे ज्यादा का फण्ड ट्रान्सफर किया जाता है। |
इसमें फण्ड ट्रान्सफर होने में यानी transaction complete होने में लगभग 24 घंटे का समय लगता है। | इसमें आधे घंटे (30 मिनट) में फण्ड ट्रान्सफर हो जाता है। |
यह Hourly Batches पर कार्य करता है। | यह Real Time System पर कार्य करता है। |
इसमें 10 लाख से ज्यादा फण्ड ट्रान्सफर नहीं कर सकते। | इसमें 2 लाख से कम पैसे नहीं भेज सकते। |
यह फण्ड ट्रान्सफर करने का एक slow method हैं। | यह फण्ड ट्रान्सफर का फ़ास्ट मेथड है। |
इसमें transaction चार्जेज RTGS से कम होते है। | इसमें transaction चार्जेज NEFT से ज्यादा होते है। |
इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से पैसे ट्रान्सफर कर सकते है। | आरटीजीएस में भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से पैसे ट्रान्सफर कर सकते है। |
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तो दोस्तों, अब आप आरटीजीएस के बारे में सब कुछ जान गए होंगे। RTGS क्या है? RTGS कैसे काम करता है? RTGS का फुल फॉर्म क्या है? RTGS का उपयोग कैसे करते है? इसके फायदे और महत्व क्या है, आदि। उम्मीद करता हूँ कि आपको हमारी ये आर्टिकल जरूर पसंद आई होगी। और हमारे द्वारा बताई गयी सभी जानकारी आपको समझ में भी आ गयी होंगी।
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