अब दोस्तों भारत के हर नागरिक के लिए शादी के बाद उसके लिए विवाह प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य हो गया है। भारत के सभी जाति, धर्म, संप्रदाय के नागरिकों के लिए अपना विवाह का पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। तो आप पहले अपनी आयु किसी ऐज कैलकुलेटर से अवश्य जांच लें, क्यूंकि कानून के अनुसार वर और वधु दोनों की विवाह के लिए एक आयु तय कि गयी है।
पहले विवाह प्रमाण पत्र बनाने के लिए बहुत लंबी और पेचीदा प्रक्रिया होती थी। नागरिकों को निबंधन कार्यालय में विवाह पंजीकरण फॉर्म प्राप्त करने के लिए लंबी लाइनों के कतारों में लगना पड़ता था। और उसके बाद सभी जरूरी दस्तावेज लगाकर अधिकारी के पास सत्यापन के लिए ले जाना पड़ता था। पर अब आप विवाह का पंजीकरण और विवाह प्रमाण पत्र अपने घर से ही ऑनलाइन बना सकते हैं।
विवाह प्रमाण पत्र क्या हैं? (What is Marriage Certificate?)
विवाह प्रमाण पत्र एक ऐसा प्रमाणपत्र है जिसकी मदद से किसी विवाहित जोड़े की विवाह को प्रमाणित करता है। यह प्रमाण पत्र विवाह की तिथि, विवाह का स्थान, वर और वधु के नाम, इत्यादि जैसे तथ्यों को प्रमाणित करता है। जैसा की आप सभी को पता होगा कि विवाह एक पवित्र बंधन होता है जिसमें बंद कर दो व्यक्ति एक साथ जीवन साथी बन कर अपना जीवन रीति-रिवाजों के अनुसार व्यतीत करने का संकल्प लेते हैं।
हर धर्म, जाति, समाज और समुदाय के अपने अलग-अलग रीति रिवाज होते हैं जिसके तहत विवाह संपन्न किया जाता है और इस प्रकार के विवाह को समाज द्वारा मान्यता भी प्रदान की जाती है। लेकिन अगर लिखित के किसी प्रकार का प्रमाण मांगा जाए तो वहां पर विवाह पंजीकरण सर्टिफिकेट ही दिखाना होता है।
विवाह प्रमाण पत्र के जरिए सरकार द्वारा चलाई जा रही है योजनाओं के सुविधाओं का सीधा लाभ प्राप्त किया जा सकता है और साथ ही साथ कई प्रकार की अन्य सुविधाओं का भी लाभ इसके जरिए मिल सकता है।
विवाह प्रमाण पत्र कौन जारी करता है?
भारत में विवाह प्रमाण पत्र राज्य सरकार द्वारा जारी किया जाता है। कोई भी नागरिक विवाह का पंजीकरण और विवाह प्रमाण पत्र बनाने के लिए अपने राज्य के निबंधन विभाग या आधिकारिक ई पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा कुछ शुल्क भी तय किए गए हैं।
विवाह का पंजीकरण और विवाह प्रमाण पत्र के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं। पहले आपके पास सिर्फ ऑफलाइन का ही विकल्प था, पर अब आप ऑनलाइन माध्यम से भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
विवाह प्रमाण पत्र का महत्व? (Importance of Marriage Certificate)
- सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
- बहुत से देशों में पारंपरिक शादी को नहीं माना जाता, ऐसी स्थिति में मैरिज सर्टिफिकेट ही आपके काम आ सकता है।
- पासपोर्ट बनवाते समय अपने पत्नी का नाम जुड़वाने हेतु मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ती है।
- बैंक या किसी प्रकार की बीमा में नॉमिनी के रूप में अपने पत्नी का नाम जुड़वाने हेतु मैरिज सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना पड़ता है।
- महिलाओं के लिए शादी के पश्चात दस्तावेजों में पति का नाम जुड़वाने हेतु विवाह प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ती है।
- बैंक में पत्नी के साथ ज्वाइंट अकाउंट खुलवाने हेतु भी मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ती है।
- विवाह प्रमाण पत्र के जरिए बाल विवाह जैसी प्रचलन का पता लगाना और इसे पूरी तरह से समाप्त करने का एक बड़ा कदम है।
विवाह प्रमाण पत्र के फायदे? (Benefits of Marriage Certificate)
पति और पत्नी दोनों के लिए ही विवाह का पंजीकरण कराना और विवाह प्रमाण पत्र का होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। एक विवाहित जोड़े को इस प्रमाण पत्र के जरिए बहुत से फायदे हो सकते हैं। मैरिज सर्टिफिकेट के होने से विवाहित जोड़े को कानूनी तौर पर मान्यता दी जाती है।
विवाह प्रमाण पत्र बनाने हेतु जरूरी दस्तावेज (Documents for Marriage Certificate)
- पति या पत्नी दोनों के पास आधार कार्ड का होना अनिवार्य है।
- आधार होने के साथ-साथ दोनों के आधार कार्ड से उनका मोबाइल नंबर लिंक होना भी अनिवार्य है।
- पति-पत्नी दोनों में से किसी एक व्यक्ति का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है।
- पति का प्रमाण पत्र (Address Proof) – आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, इत्यादि।
- उम्र का प्रमाण पत्र – जन्म प्रमाण पत्र, अंक पत्र (Matriculation Certificate), आदि।
- पासपोर्ट साइज की फोटो
- एक शादी का फोटो
- एक शादी का कार्ड
- सपथ पत्र (Affidavit) (शपथ पत्र को नोटरी द्वारा प्रमाणित करने के बाद ही अपलोड करें।) – शपथ पत्र फॉरमैट डाउनलोड करें।
- सभी दस्तावेजों को स्वप्रमाणित (Self Attested) करना अनिवार्य।
विवाह प्रमाण पत्र कैसे बनाए? (How to Make Marriage Certificate?)
सभी धर्म, जाति, समाज और समुदाय में विवाह का अपना अलग-अलग रिती रिवाज होता है। लेकिन फिर भी सभी रीति-रिवाजों को निभाने के बाद भी हमें विवाह का पंजीकरण और विवाह प्रमाण पत्र बनाना जरूरी होता है। तो विवाह प्रमाण पत्र बनवाने हेतु सबसे पहले आपको विवाह का पंजीकरण कराना होगा।
ऑफलाइन (Offline) विवाह प्रमाण पत्र कैसे बनाए?
वैसे तो विवाह प्रमाण पत्र बनवाने हेतु ऑफलाइन माध्यम थोड़ी लंबी और पेचीदा होती है परंतु अगर आप ऑफलाइन के माध्यम से बनवाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए प्रोसेस को फॉलो कर सकते हैं। :-
- सबसे पहले आपको अपने विवाह का पंजीकरण कराना होगा जिसके लिए निबंधन कार्यालय या संबंधित रजिस्ट्रार कार्यालय से विवाह पंजीकरण फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।
- अगर आप Court Marriage करते हैं तो Court द्वारा स्वयं ही आपको पंजीकरण फॉर्म प्रदान किया जाएगा।
- पंजीकरण फॉर्म भरने के बाद सभी दस्तावेज और शादी से संबंधित दस्तावेजों को फॉर्म के साथ संकलन करें।
- उसके बाद निबंधन कार्यालय या संबंधित रजिस्ट्रार कार्यालय के पास फॉर्म जमा करवा दीजिए।
- जिसके बाद रजिस्ट्रार द्वारा शादी के दस्तावेजों का सत्यापन जैसे – शादी की फोटो सही है या नहीं, शादी की तिथि, शादी का स्थान, इत्यादि किया जाएगा।
- सभी Records Verified हो जाने के बाद आवेदक को Marriage Certificate जारी किया जाता है।
- 30 दिनों के अंदर आवेदक के पते पर विवाह प्रमाण पत्र भेज दिया जाता है या आवेदक स्वयं रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है।
विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन (Online) आवेदन कैसे करें?
1) सबसे पहले आपको igrsup.gov.in पर जाना हैं। अगर आप उत्तर प्रदेश के अलावा किसी अन्य राज्य से हैं, तो आप अपने राज्य के निबंधन विभाग या ई-सेवा पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
2) अब विभाग की वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा। जिसमें आपको “विवाह पंजीकरण” के अंदर “आवेदन करें” पर क्लिक करना हैं।
3) अब अगले पेज में आपसे आधार आधारित पंजीकरण के लिए पूछेगा। यहां पर आपको “I give my consent to use ………. Aadhaar Act 2016” को Tick करना हैं। और नीचे अगर पति-पत्नी दोनों का आधार मोबाइल नंबर से लिंक हैं तो “हां” अन्यथा “नहीं” पर टिक करना हैं।
4) ध्यान दे, अगर आप “हां” करते हैं तो आपको संबंधित कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। और अगर आप “नहीं” करते हैं, तो आपको संबंधित कार्यालय जाना पड़ेगा।
5) उसके बाद “आवेदन विवाह पंजीकरण” पर क्लिक करना हैं।
6) अब अगले पेज में “नवीन आवेदन प्रपत्र भरें” पर क्लिक करें।
7) क्लिक करते ही, आपके सामने “विवाह पंजीकरण हेतु आवेदन पत्र” (Registration Form) खुल जाएगा।
8) अब इस फॉर्म में पहले आपको पति का पूरा विवरण भरना हैं।
9) पति का पूरा डिटेल पूछे गए निर्देशों के आधार पर दस्तावेजों के अनुसार भरने के बाद आपको “सुरक्षित करें” बटन पर क्लिक करना हैं।
10) “सुरक्षित करें” बटन पर क्लिक करने पर, अगला पेज ओपन होगा जिसमें आपको “पत्नी का विवरण” भरना हैं।
11) पत्नी का पूरा डिटेल पूछे गए निर्देशों के आधार पर दस्तावेजों के अनुसार भरना है। और “सुरक्षित करें” बटन पर क्लिक करके, आगे बढ़ना है।
12) अब अगले पेज में आपको “विवाह स्थल / पंजीकरण कार्यालय का चयन” करना हैं।
13) ध्यान दे, अगर आपने शुरुआत में “आधार आधारित पंजीकरण” पर “हां” किया होगा, तो आपको यहां पर पंजीकरण कार्यालय का चयन करके, कार्यालय जाना नहीं पड़ेगा। और अगर आपने वहां पर “नहीं” किया होगा, तो आपको यहां पर कार्यालय चयन करने के बाद, उस कार्यालय में जाना भी पड़ेगा।
14) अब जैसे ही आप “सुरक्षित करें” पर क्लिक करते हैं, तो आपको आवेदन संख्या (Registration Number) और पासवर्ड मिल जायेगा।
15) आपको अपने Registration Number और Password को कहीं सुरक्षित लिख लेना हैं। क्यूंकि इसी की मदद से आप अपने एप्लीकेशन के स्टेटस को ट्रैक कर सकते हैं और लॉग इन कर के संसोधन भी कर सकते हैं।
16) अब निचे लिखें “छायाचित एवं प्रमाणपत्र अपलोड” पर क्लिक करके पति और पत्नी दोनों के सभी दस्तावेज अपलोड करना होगा।
17) अब आपके द्वारा किए गए आवेदन को सम्बंधित अधिकारी के पास आगे की प्रक्रिया के लिए भेजी जाएगी।
18) सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाने और विवाह प्रमाण पत्र बन जाने पर, आपके द्वारा दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर SMS के जरिए आपको सूचित कर दिया जाएगा।
19) जिसके बाद आप निबंधन विभाग की अधिकारिक वेबसाइट से विवाह प्रमाण पत्र को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
तो दोस्तों, यह थी विवाह प्रमाण पत्र बनाने की ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रक्रिया। बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से मैरिज सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से अप्लाई कर सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि आप दोनों ही प्रोसेस सीख गए होंगे।
विवाह पंजीकरण और विवाह प्रमाण पत्र बनाने हेतु क्या हमें संबंधित कार्यालय में उपस्थित होना जरूरी है?
नहीं, विवाह पंजीकरण के अंतर्गत सरकार द्वारा “आधार आधारित विवाह पंजीकरण” की सुविधा प्रदान की गई है जिसमें अगर दोनों पक्षों के आधार, मोबाइल नंबर से लिंक है तो विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है इसमें कार्यालय जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
तो दोस्तों, अब आप विवाह प्रमाण पत्र के बारे में सब कुछ सीख गए होंगे। मैरिज सर्टिफिकेट ऑनलाइन कैसे बनाये? मैरिज सर्टिफिकेट के फायदे? मैरिज सर्टिफिकेट का महत्त्व? इत्यादि। उम्मीद करता हूँ की आपको पोस्ट पसंद आई होगी। और मेरे बताये गए सभी बाते आपको समझ में भी आ गयी होंगी।
Thanks / धन्यवाद